20 जुलाई 2025 से राहत: EMI चूक पर अब 90 दिन का ग्रेस पीरियड देगा RBI

EMI चूक पर 90 दिन का ग्रेस पीरियड: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 20 जुलाई 2025 से एक महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है, जो देश के लाखों उधारकर्ताओं के लिए बड़ी राहत की खबर है। अब, यदि आप अपनी ईएमआई चूकते हैं, तो आपके पास 90 दिनों का अतिरिक्त समय होगा। यह कदम COVID-19 महामारी के बाद उधारकर्ताओं की वित्तीय स्थिरता को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

RBI का नया ग्रेस पीरियड पॉलिसी

इस नई पॉलिसी के तहत, बैंक और वित्तीय संस्थान अपने ग्राहकों को ईएमआई भुगतान में चूक के मामले में 90 दिनों का अतिरिक्त समय देंगे। यह पहले से निर्धारित 30 दिनों के ग्रेस पीरियड में वृद्धि है। यह कदम उन ग्राहकों के लिए विशेष रूप से मददगार होगा जो अस्थायी वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।

  • ग्राहकों को वित्तीय स्थिरता बनाए रखने में मदद मिलेगी।
  • लोन डिफॉल्ट के मामलों में कमी आएगी।
  • बैंकिंग प्रणाली में स्थिरता और विश्वास बढ़ेगा।
  • उधारकर्ताओं को मानसिक शांति मिलेगी।

ग्रेस पीरियड का प्रभाव

  • ग्राहकों के लिए वित्तीय दबाव में कमी।
  • बैंकों के लिए लोन रिकवरी में सुधार।
  • उधारकर्ताओं के क्रेडिट स्कोर में सुधार।
  • आरबीआई की वित्तीय स्थिरता नीति को समर्थन।
  • अर्थव्यवस्था में सकारात्मक वृद्धि।

RBI के इस निर्णय का उद्देश्य उधारकर्ताओं को उनकी वित्तीय स्थिति को स्थिर करने में मदद करना है, ताकि वे अपनी ईएमआई समय पर चुका सकें। यह कदम न केवल उधारकर्ताओं बल्कि वित्तीय संस्थानों के लिए भी लाभकारी साबित होगा।

ग्रेस पीरियड के दौरान उधारकर्ता की जिम्मेदारियाँ

हालांकि RBI ने इस नई पॉलिसी के तहत राहत प्रदान की है, लेकिन उधारकर्ताओं की कुछ जिम्मेदारियाँ भी निर्धारित की गई हैं।

  • समय पर सूचना देना: यदि आप अपनी ईएमआई का भुगतान नहीं कर सकते, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें।
  • वित्तीय योजना बनाना: अपने वित्तीय संसाधनों का पुनर्मूल्यांकन करें और एक मजबूत योजना बनाएं।
  • अपने बैंक के साथ सहयोग: बैंक के द्वारा प्रस्तावित पुनर्गठन योजनाओं का सहर्ष सहयोग करें।

ग्रेस पीरियड का सही उपयोग:

यह महत्वपूर्ण है कि उधारकर्ता इस ग्रेस पीरियड का सही और जिम्मेदारी से उपयोग करें, ताकि वे वित्तीय कठिनाइयों से उबर सकें और भविष्य में अपनी क्रेडिटवर्थिनेस बनाए रख सकें।

उधारकर्ताओं के लिए विशेष निर्देश

ग्रेस पीरियड का लाभ उठाने के लिए उधारकर्ताओं को कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी चाहिए।

बिंदु विवरण
समय पर संपर्क बैंक को समय पर अपनी समस्या की जानकारी देना।
सही योजना वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन कर एक योजना बनाना।
वित्तीय अनुशासन अपने व्यय और आय को संतुलित रखना।
बैंक सलाह बैंक के सलाहकारों से परामर्श लेना।
भविष्य की प्लानिंग लंबी अवधि के लिए वित्तीय लक्ष्यों की योजना बनाना।
अनुशासन बनाए रखना समय पर भुगतान करने की आदत डालना।

ग्रेस पीरियड का लंबी अवधि में प्रभाव

यह ग्रेस पीरियड न केवल उधारकर्ताओं के लिए बल्कि बैंकों के लिए भी एक अवसर है।

  • उधारकर्ताओं को वित्तीय स्थिरता मिलती है।
  • बैंकों की रिकवरी क्षमता में सुधार होता है।
  • क्रेडिट संस्कृति में सुधार होता है।
  • आरबीआई की दीर्घकालिक वित्तीय नीति को समर्थन मिलता है।

समाप्ति

यह ग्रेस पीरियड पॉलिसी उधारकर्ताओं को एक नई राह दिखाता है, जो उन्हें वित्तीय संकट से उबरने में मदद करेगा।

FAQ:

क्या सभी उधारकर्ताओं के लिए 90 दिन का ग्रेस पीरियड लागू होगा?
हां, यह नियम सभी व्यक्तिगत और व्यावसायिक उधारकर्ताओं पर लागू होगा।

क्या इस ग्रेस पीरियड के दौरान ब्याज लगेगा?
हां, ग्रेस पीरियड के दौरान मूलधन और ब्याज का भुगतान करना होगा।

क्या यह नीति सभी प्रकार के लोन पर लागू होगी?
हां, यह नीति सभी प्रकार के ऋणों पर लागू होगी, चाहे वह होम लोन हो या पर्सनल लोन।

क्या मुझे बैंक से संपर्क करना होगा?
हां, आपको अपने बैंक को अपनी स्थिति के बारे में सूचित करना होगा।

क्या पहले से मौजूद लोन पर भी यह लागू होगा?
हां, यह नीति पहले से जारी लोन पर भी लागू होगी।